बृजेन्द्र कुमार साहू



चितरंगी:- महिला बाल विकास परियोजना चितरंगी अंतर्गत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चितरंगी में पुनर्वास केंद्र स्थापित है। इसमें आंगन बाड़ी केंद्रों से निकलने वाले कुपोषित बच्चों को पोषित करने केलिए उपचार किया जाता है। कुपोषित बच्चो को 15 दिवस केलिए भर्ती किया जाता है। साथ में उनको दवा के साथ साथ प्रोटीन विटामिन युक्त भोजन नाश्ता भी दिया जाता है। जिस अभिभावक के माता या पिता बच्चे के साथ में रहते है उनको 15 दिन की मजदूरी भी प्रोत्साहन राशि के रूप में भुगतान किया जाता है। आंगन बाड़ी केंद्रों में हर महीने बच्चो का वजन और लंबाई मापी जाती है। जिसके आधार पर ग्रेटिंग अनुसार बच्चे के ग्रोथ का पता चलता है। उसके आधार पर कुपोषित बच्चो को चिन्हित किया जाता है। उन कुपोषित बच्चो को पुनर्वास केंद्र में 15 दिवस केलिए भर्ती किया जाता है। आज महिला बाल विकास परियोजना चितरंगी की पर्यवेक्षक सुशीला वर्मा ने पुनर्वास केंद्र चितरंगी का अवलोकन किया । भर्ती कुपोषित बच्चो के माता पिता से मिल कर व्यवस्था के बारे में जानकारी प्राप्त किया। श्रीमती वर्मा द्वारा बताया गया की पुनर्वास केंद्र में साफ सफाई बच्चो के उपचार और खाना नाश्ता की उत्तम व्यवस्था पाई गई। और क्षेत्र के कुपोषित बच्चे पोषित हो कर जा रहे है। श्रीमती वर्मा ने सभी आंगन बाड़ी कार्यकर्ताओ से अपील किया है की प्रत्येक माह में बच्चोबका वजन है। कुपोषित बच्चो को चिन्हित कर पुनर्वास केंद्र में भर्ती कराए। ताकि नवाजत शिशु को एक जीवन मिल सके।

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