
बृजेन्द्र कुमार साहू
नीति आयोग की सहयोगी संस्था पीरामल फाउंडेशन के एस्पीरेशनल डिस्ट्रिक्ट कॉलेबोरेटिव के तहत् *“विकसित पंचायत, विकसित भारत”* मुहिम के अंतर्गत 5 सितंबर “शिक्षक दिवस” को विभिन्न ग्राम पंचायतों में *गांव की कहानी, पंचायत की जुबानी* का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य पंचायतों को में समुदाय की भागीदारी को बढ़ाना है जिससे हाइपर लोकल समस्याओं का समाधान पंचायत स्तर पर किया जा सके । बैढ़न की तेलदाह , पिपरा झापी, पोंडी नौगई, देवसर की नौढिया , झखरावल और इटार पंचायतों में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। सरपंच जी द्वारा गांव की लोक कथाओं के बारे में चर्चा की गई l पंचायत अपने गांव में एक बदलाव की इकाई की तरह कार्य कर सकती है इस पर प्रकाश डाला गया । पीरामल फाउंडेशन से फेलो अरफात , मीतू सुनंदा , साहिल और प्रोग्राम लीडर अमित और अशोक के द्वारा कार्यक्रम का सफल संचालन किया गया । इस मौके पर पंचायत सदस्य सरपंच , सचिव , रोजगार सहायक, शिक्षक, पंच एवं समुदाय के लोग उपस्थित रहे।
इस मौके पर पीरामल फाउंडेशन की तरफ से पंचायत की छात्रों का 100 % नामांकन और रेगुलर स्कूल भेजने की बात भी की गई और जीरो ड्राप आउट पंचायत के बारे में प्रकाश डाला गया।