*उन्नत कृषि विकास के व रोजगार के साथ-साथ क्षेत्र में आएगी संपन्नता -राज्यमंत्री राधा सिंह*

सिंगरौली/चितरंगी – भारत एक कृषि प्रधान देश है,जहाँ आज विश्व में आर्थिक व्यवस्था के साथ-साथ कृषि व्यवस्था को भी अग्रणी रखने हेतु वैश्विक स्तर पर होड़ लगी हुई है वहीं भारत भी अपना कहां कम है जिसने सूक्ष्म सिंचाई पर केंद्र प्रयुक्त योजना को क्रियान्वित कर ड्रिप और स्प्रिंकलर सिंचाई प्रौद्योगिकियों जैसे उपयुक्त तकनीकी हस्तक्षेपों को बढ़ावा देकर कृषि क्षेत्र में जल उपयोग दक्षता को बढ़ाने तथा किसानों को जल बचत और संरक्षण प्रौद्योगिकियों का उपयोग करने के लिए भी प्रोत्साहित करने में कहीं पीछे नहीं है।

*मंत्री ने मेहनत किया दिन-रात,तब सिंगरौली जिले को मिली सौगात**

कृषि तकनीक एवं क्षेत्रीय विकास को बढ़ावा मिले तथा क्षेत्र में संपन्नता आए जो पूर्व स्वर्गीय मंत्री जगन्नाथ सिंह का सपना अधूरा रह गया था उन सपनों को साकार करने के लिए श्री सिंह की पुत्रवधू राज्य मंत्री राधा सिंह ने कोई कसर नहीं छोड़ा और लगातार प्रयास जारी रहा जिसका परिणामी यह रहा की सिंगरौली जिले के चितरंगी दाब युक्त सूक्ष्म सिंचाई परियोजना के लिए रुपए 1320.14 करोड़ सिंचाई क्षेत्र 32125 हेक्टेयर की कैबिनेट मंत्रालय से प्रशासकीय स्वीकृति मिली है साथ ही उक्त परियोजना से चितरंगी तहसील के 132 ग्राम, सिंचाई क्षेत्र 28192 हेक्टेयर एवं देवसर तहसील के 10 ग्राम सिंचाई क्षेत्र 3933 हेक्टेयर लाभान्वित होंगे।जिससे क्षेत्र में कृषि पर आधारित कृषकों का आर्थिक विकास होगा संपन्नता आएगी तथा अपने देश में सिंगरौली का भी नाम कृषि उत्पादन से आर्थिक समृद्धि की सूची में दर्ज किया जाएगा।

*रोजगार का होगा इजाफा, क्षेत्र को मिलेगा खासा मुनाफा*

सूक्ष्म सिंचाई का तरीका सीधे पौधे की जड़ क्षेत्र में पानी पहुंचता है जिस जमीन में ज्यादा पानी जमा होने की संभावना कम हो जाती है, इतना ही नहीं सूक्ष्म सिंचाई का इस्तेमाल पंक्ति फसलों,बगानों,नर्सरी,बागवानी और उद्यानों के लिए भी किया जाता है इससे कम मात्रा में पानी का इस्तेमाल होता है जिससे मिट्टी में पानी धीमी गति से रिसते हुए मिलता है और प्रवाह भी कम रहता है,जिससे किसान ज्यादा पानी की जरूरत वाली फसलों जैसे की धान,गेहूं,गन्ना,फल की मांग बढ़ती है और व्यापार भी बढ़ता है साथ ही रोजगार के अवसर भी बढ़ते हैं।

*जनता कर रही गुणगान,क्षेत्र में उक्त परियोजना बनेगी वरदान*

गौरतलब हो की उक्त परियोजना लागू हो जाने से कृषि के क्षेत्र में आर्थिक समृद्धि तो आएगी ही साथ ही संचित जल का भी उचित उपयोग नहीं हो पाता था जिसके कारण जल की समस्या तो होती ही थी,परंतु उक्त परियोजना लागू होने के बाद धीरे-धीरे जमीन का जलस्तर भी बढ़ेगा तथा मौसम वातावरण और प्रकृति का भी संतुलन बना रहेगा।
विदित हो कि श्रीमती सिंह विधायक बनने के बाद जब से राज्यमंत्री के दायित्व को संभाला है, तभी से क्षेत्र के समग्र विकास की सोच रखते हुए अहर्निस अपने कर्तव्यों को निभाने में जुटी हुई है। उक्त परियोजना को मंजूरी मिलने के बाद क्षेत्र के व्यापारियों, किसानों तथा व्यवसाय से जुड़े क्षेत्रवासियों,सहित पार्टी के कार्यकर्ताओं,पदाधिकारीयों में भी उत्साह देखा जा रहा है तथा चारों तरफ चर्चाएं भी की जा रही है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *